Diwali Bhandara Program at Jan Seva Orphanage, Turahalli.
News Coverage
News Summary
Bhandara & distribution of essential at Jan Seva Orphanage, Turahalli forest, Gubblala Lake, Bengaluru (Karnataka) on 27th Nov 2024.
संत श्री आशारामजी आश्रम ट्रस्ट, बेंगलुरु द्वारा जन सेवा अनाथाश्रम में दीपावली हेतु भंडारा हुआ।
बेंगलुरु: गार्डन सिटी- बेंगलुरु के बनशंकरी में स्थित संत श्री आशारामजी आश्रम ट्रस्ट, बेंगलुरु द्वारा जन सेवा अनाथाश्रम, तुराहल्ली फ़ोरेस्ट, बेंगलुरु में दीपावली पर्व के निमित्त बच्चों के अनाथाश्रम में भंडारे के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आश्रम द्वारा अवगत कराया गया की उनके पूज्य गुरुदेव संत श्री आशारामजी बापू से मिलें संस्कारों से प्रेरित होकर उनके साधक, समाजरूपी देवता की सेवा का एक भी मौका चूकते नहीं हैं। जहां लोग अपने घरों में दीपावली मनाते है, वहीं प्रतिवर्ष आशारामजी बापू के साधक जरूरतमंद क्षेत्रों में जाकर, उनकी दीपावली भी अच्छी बनें इसलिए आवश्यक सामग्री के वितरण कार्यक्रम करते हैं।
बेंगलुरु आश्रम संचालक- दीपक नायकजी ने बताया की- पिछले 50+ सालों से अनवरत आज भी उनकी यह संत श्री आसारामजी आश्रम ट्रस्ट देश-समाज और संस्कृति के उत्थान का कार्य कर रही है। भारत की राष्ट्रीय एकता-अखंडता और विश्व शांति के लिए संत आशारामजी बापू ने राष्ट्र के कल्याणार्थ अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। उन्हीं की प्रेरणा से हर साल दीपावली पर देशभर में जगह-जगह पर अनगिनत सेवाकार्यों की फुलझड़ियाँ लगाई जाती हैं। भगवन्नाम संकीर्तन यात्राओं के साथ वृद्धाश्रमों, अनाथालयों व अस्पतालों में निःशुल्क औषधि, फल व मिठाई वितरित की जाती है। हजारों जरूरतमंद के लिए विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाता है। जिसमें मिठाई, कपड़े, खजूर, कम्बल, अनाज, चप्पल आदि सामग्री के साथ दक्षिणा इत्यादि दी जाती हैं।
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी संत श्री आशारामजी बापू आश्रम ट्रस्ट, बेंगलुरु द्वारा दीपावली निमित्त जन सेवा अनाथाश्रम, गुब्ब्लाला झील के पास, तुराहल्ली फ़ोरेस्ट, बेंगलुरु में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिनमें वहां के बच्चों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम किये गये, उन्हें ट्रस्ट के स्वयंसेवकों द्वारा योग व उच्च संस्कार कार्यक्रम के साथ जीवनोपयोगी कुंजियाँ भी बताई गई, कार्यक्रम के अंत में बच्चों में भोजन- प्रसादी तथा उनकी संस्था (अनाथाश्रम) में ट्रस्ट की तरफ़ से मिठाई, पटाखे, कपड़े, राशनकिट, और जीवनोपयोगी सामग्री आदि का वित रण किया गया।
Also Read...
This News is Often associated with below Tags!
Humanize the Effort!
Do you think its helpful for you?
You can help others too. Simply click below buttons to Tweet, Share or Send this on Twitter,Facebook, Whatsapp or Telegram. It's Free!