An event to tie a thread of faith organized by Ashram Bengaluru at Vidyapeeth Gurukul, Kengeri.
News Coverage
News Summary
Sant Shri Asharamji Bapu Ashram Bengaluru organized an event to tie Thread Of Faith on 26.08.23.
Join us to make this #RakshaBandhan memorable for always.
ಬೆಂಗಳೂರು ಆಶ್ರಮವು ಆಯೋಜಿಸುತ್ತಿದೆ ರಕ್ಷಾಬಂಧನ ಕಾಯ೯ಕ್ರಮ (ಪವಿತ್ರತೆ, ಸ್ನೇಹ ಮತ್ತು ಸಮಥ೯ನೆಯ ಪ್ರತೀಕ)
ಕೆಂಗೇರಿ ವಿದ್ಯಾಪೀಠ ಗುರುಕುಲದಲ್ಲಿ…
ಪರಮ ಪೂಜ್ಯ ಸಂತ ಶ್ರೀ ಆಶಾರಾಮಜೀ ಬಾಪೂರವರ ಪ್ರೇರಣೆಯಿಂದ ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ಪದ್ಧತಿಯಿಂದ ವೈದಿಕ ಮಂತ್ರೋಚ್ಚಾರಣೆಯೊಂದಿಗೆ "ರಕ್ಷಾಸೂತ್ರ"ಕಟ್ಟುವ ಸಮಾರಂಭ ಮತ್ತು ಬಾಲ ಸಂಸ್ಕಾರ ಕಕ್ಷೆಯ ಸಂಚಾಲನೆ.
Sant Shri Asharamji Bapu #Ashram #Bengaluru celebrated Vedic Rakhi tieing program at Vidyapeeth Gurukul Kengeri with great zeal on 26.8.23
— Ashram Bengaluru🛕 (@AshramBlr) August 30, 2023
In addition to it, Balsanskar's class was also conducted.
Glimpses of #रक्षाबंधन_का_त्योहार celebrated at #Bangalorehttps://t.co/aCgpvDojey pic.twitter.com/WfE3Cjw1Y9
Sant Shri Asharamji Ashram Bengaluru organised Vedic Rakshasutra program at Vidyapeeth Gurukul Kengeri with zeal on 26.8.23.
— Ashram Bengaluru🛕 (@AshramBlr) September 4, 2023
Children benefitted from #Balsanskar Classes too.
📰News Coverage- https://t.co/Au3QcHJdbLhttps://t.co/b2zZBortv3
📜Event Post- https://t.co/aCgpvDnLp0 pic.twitter.com/VgYDWKbP1j
संत श्री आशारामजी आश्रम, बेंगलुरु द्वारा विद्यापीठ गुरुकुल, केंगेरी में रक्षाबंधन पर्व का आयोजन हुआ।
रक्षाबंधन के निमित्त विद्यापीठ गुरुकुल, केंगेरी में संत श्री आशारामजी आश्रम, बेंगलुरु द्वारा सामूहिक राखी बांधने के कार्यक्रम का आयोजन हुआ। बाल्यकाल से ही बच्चों में हँसते-खेलते महानता के संस्कार, अपनी योग्यताओं को विकसित करने के अवसर बच्चों को सहज में ही मिलें इसी हेतु से वहां सर्वप्रथम बालसंस्कार की कक्षायें चलाई गई। फिर वहां सभी बहनों ने बड़े उत्साह से राखी की थाली (रोली- कुमकुम, अक्षत, दीपक और राखी से) सजाई, इसके बाद सभी ने भाईयों को वैदिक रीति से मंत्रोच्चार द्वारा तिलक लगाकर उनके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी राखी बांधें, आरती उतारें, फिर भाईयों को मिठाई खिलाएं। फिर सभी बहनों ने भाइयों के सिर पर हाथ रखके उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये संकल्प किया, अंततः फिर पूर्णाहुति पर पूज्य बापूजी की मंगल आरती की गई और ट्रस्ट द्वारा बच्चों को नोटबुक व प्रसाद बांटे गये।
गुरुकुल की बालिका ने बताया की- रक्षाबंधन को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं, उन्ही में से एक- महाभारत काल से जुड़ी एक कथा है। जब शिशुपाल के साथ युद्ध के समय भगवान विष्णु की तर्जनी उंगली कट गई थी तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर उनके हाथ पर बांध दिया था। इसके बाद भगवान ने द्रौपदी को उसकी रक्षा का वचन दिया था। अपने वचन के अनुसार, भगवान कृष्ण ने ही चीरहरण के दौरान द्रौपदी की रक्षा की थी।
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