Bhandara program at Uttarahalli slum region, Kengeri Road.
News Coverage
News Summary
Sant Shri Asharamji Ashram Trust distributed essentials and conducted Bhandara in Uttarahalli Slum regions, Kengeri Road on 1st November 2023.
Sant Shri Asharamji #Ashram Trust #Bengaluru organized Bhandara on the occasion of #Deepavali along with #Balsanskar in Uttarahalli Slum Area, near Uttarahalli Bus Stand, Kengeri Road in #Bangalore.
— Ashram Bengaluru🛕 (@AshramBlr) November 6, 2023
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With the help of the Sant Shri Asharamji Ashram Trust, uplift work is progressing quickly in the Uttarahalli Slum Area in Bhandara. The Trust has distributed essential items like food, and sweets to over 400 residents and is also conducting a Bhandara program in the area.
The Sant Shri Asharamji Ashram Trust is working diligently to provide help to the residents of the Uttarahalli Slum Area and to promote community development. With the help of the Foundation, the Trust is working to uplift the slums and provide essential items and services to the residents. We are proud to support the Ashram Trust in their efforts to improve the lives of the residents of Uttarahalli Slum Area!
जरूरतमंदों की भी हर्षोल्लास से मनेगी दीपाव ली, ट्रस्ट ने आयोजित किया भंडारा
बेंगलुरु: सबका मंगल सबका भला करने वाले पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की सत्प्रेरणा से संत श्री आशारामजी आश्रम ट्रस्ट व उनके सेवाधारियों के संयुक्त तत्वाधान में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी दीपावली के पूर्व केंगेरी रोड स्थित- उत्तराहल्ली स्लम एरिया में बच्चों के लिए बालसंस्कार के साथ बड़ों के लिए भंडारे का आयोजन किया।
पूज्य बापूजी अपने सत्संग में बताते हैं कि- परोपकार अर्थात दूसरों का भला करना ही धर्म है। सत्य, दया- करुणा, क्षमा, धैर्य, स्वार्थ त्याग जैसे गुण विकसित होने पर ही आप परहित कर सकते हो।
पर उपकार बचन मन काया। संत सहज सुभाउ खगराया॥
जिसने अपने पर उपकार नहीं किया ऐसा व्यक्ति पराएँ पर उपकार कर ही नहीं सकता, सभी में परोपकार करने की पात्रता नहीं होती है । जिनको अपना कोई स्वार्थ नहीं है और जो पूर्ण निष्काम है, वे ही परोपकार कर सकते है ।
रामचरित मानस में तो साफ- साफ कहा है- स्वारथ मीत सकल जग माहीं। सपनेहुँ प्रभु परमारथ नाहीं॥ सुर नर मुनि सब कै यह रीती। स्वारथ लागि करहिं सब प्रीती।।
ट्रस्ट वालों ने बताया कि सैकड़ों जरूरतमंद हर्षोल्लास के साथ दीपावली मना सके उसके लिए मिठाई, फल, पटाखें, वस्त्र, दीपक, तेल, बाती, नमकीन पैकेट के साथ छोटे बच्चों को लेखन सामग्री और सत्साहित्य आदि का भी वितरण किया गया एवं हरिनाम संकीर्तन कराते हुए बच्चों में सुसंस्कारों का सिंचन किया गया और युवाओं को संकल्प करवा के व्यसन मुक्ति के उपाय भी बताए गए।
सेवाधारियों ने बताया कि दीपावली से पूर्व बेंगलुरु की ही तरह देशभर की समितियों व आश्रमों द्वारा भी हर वर्ष दुर्गम ग्रामीण आदिवासी क्षेत्रों में जरूरतमंदों के बीच जाकर उन्हें गर्म भोजन के साथ मिठाई फल आदि कई तरह की दैनिक उपयोग की राहत सामग्री वितरित की जा ती है। भोजन- प्रसादी के बाद दैनिक उपयोग की राहत सामग्री मिलने से उनके चेहरे खुशी से खिल उठें।
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